क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर स्टुअर्ड बिन्नी ने क्रिकेट को कहा गुड बाय।
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ऑलराउंडर स्टुअर्ड बिन्नी का फ़ाइल फ़ोटो |
मुम्बई।
क्रिकेट जगत से सन्यास लेने वालों में एक नया नाम और जुड़ गया है। भारतीय ऑलराउंडर स्टुअर्ड बिन्नी ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। इसके पहले कैप्टन कूल के नाम से चर्चित महेंद्र सिंह धोनी, वीरेंद्र सहवाग, सुरेश रैना, मोहम्मद कैफ और युवराज सिंह जैसे धाकड़ बल्लेबाजों को भी विदाई मैच खेलकर संन्यास लेने का मौका नहीं मिला है। बताते चलें कि स्टूअर्ट लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर थे। साल 2014 में न्यूजीलैंड के खिलाफ डेब्यू मैच खेलने वाले बिन्नी ने भारत के लिए छह टेस्ट, 14 वनडे और तीन टी-20 मैच खेले हैं। बिन्नी 95 प्रथम श्रेणी मैचों में चार हजार 796 रन बनाए और 148 विकेट लिए है। वहीं 100 लिस्ट-ए मैचों में 1788 रन बनाने के साथ ही 99 विकेट भी लिए।
खबरों के अनुसार ऑलराउंडर स्टुअर्ट बिन्नी ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से सोमवार को संन्यास ले लिया। वर्तमान में बिन्नी 37 साल के हो चुके हैं और लंबे समय से बाहर चल रहे थे। वर्ष 2016 के बाद वह कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेल पाए थे। हालांकि घरेलू क्रिकेट के जरिए वह टीम में वापसी की कोशिश कर रहे थे, लेकिन उनकी कोशिश नाकाम रही और उन्हें बिना विदाई मैच क्रिकेट के मैदान को अलविदा कहना पड़ा।
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स्टुअर्ड बिन्नी फ़ाइल फ़ोटो |
बिन्नी के नाम वनडे क्रिकेट में भारत की तरफ से सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का रिकॉर्ड है। साल 2014 में बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने 4 रन देकर 6 विकेट लिए थे। आज तक उनके रिकॉर्ड को कोई भारतीय गेंदबाज नहीं तोड़ पाया। बिन्नी के नाम टेस्ट क्रिकेट में 194 रन और तीन विकेट हैं। जबकि एकदिवसीय मैचों में बिन्नी के नाम 230 रन और 20 विकेट हैं। इसके अलावा टी-20 में 35 रन और एक विकेट उनके नाम है।
भारतीय आलराउंडर स्टुअर्ट बिन्नी ने सोमवार को प्रथम श्रेणी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की। 37 वर्षीय बिन्नी ने अपने करियर की शुरुआत अपने राज्य कर्नाटक की तरफ से की। उन्होंने भारत की तरफ से छह टेस्ट, 14 वनडे और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में हिस्सा लिया। उनके पिता रोजर बिन्नी भी भारत की तरफ से खेलते थे। बिन्नी ने बयान में कहा कि मैं आपको सूचित करना चाहता हूं कि मैंने प्रथम श्रेणी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने से मुझे बहुत खुशी मिली और मुझे इस पर गर्व है।
बिन्नी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अधिक रन नहीं बनाये लेकिन उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ जून 2014 में ढाका में खेले गये वनडे मैच में केवल चार रन देकर छह विकेट लिये थे। यह भारत की तरफ से वनडे में अब भी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है। उन्होंने अनिल कुंबले का रिकार्ड तोड़ा था जिन्होंने 1993 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 12 रन देकर छह विकेट लिये थे। बिन्नी को 95 प्रथम श्रेणी मैचों में खेलने का अनुभव भी है। पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें कुछ टेस्ट मैचों में भी आजमाया लेकिन उन्हें विशेष सफलता नहीं मिली।
इंग्लैंड के खिलाफ जुलाई 2014 में हुए टेस्ट मैच में उन्होंने 78 रन बनाये। यह छह टेस्ट मैचों में उनका एकमात्र अर्धशतक है। वेस्टइंडीज के खिलाफ 2016 में एक टी20 मैच में एक ओवर में 31 रन लुटाने से उनका अंतरराष्ट्रीय करियर भी समाप्त हो गया। बिन्नी ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड, विभिन्न टीमों, साथी खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों का भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने एक खिलाड़ी के रूप में आगे बढ़ने में उनकी मदद की।
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