बारिश के पानी से जलमग्न हुआ जेल |
गौरतलब है कि लगातार हुई बारिश से बलिया जिला कारागार कुछ इस तरह जलमग्न हो गया है। इसके चलते कैदी बैरकों में घुटने तक पानी भर जाने से कैदियों को दूसरी जेलों में भेजने का निर्णय लिया गया है।उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने अब व्यापक रूप ले लिया है। बारिश के कारण जेल परिसर में काफी जलभराव हो गया है। इससे कैदियों सहित प्रशासनिक लोगों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बताते चलें कि परेशानियों को देखते हुए डीजी जेल ने जिलाधिकारी और एसपी को पत्र लिखकर बंदियों को आजमगढ़ और अंबेडकरनगर की जेल में स्थानांतरित करने के निर्देश दिए हैं। इसे देखते हुए जिला और जेल प्रशासन की ओर से तैयारी शुरू कर दी गई है। शनिवार को बंदियों को उक्त जेलों में शिफ्ट किया जाएगा।
दो दिनों से जिले में हो रही भारी बारिश
पिछले दो दिनों से जिले में हो रही भारी बारिश से बलिया जिला कारागार कुछ इस तरह जलमग्न हो गया है कि कैदी फिर आफत में फंस गए। बैरकों में घुटने तक पानी भर जाने से कैदियों को दूसरी जेलों में भेजने का निर्णय लिया गया है।
जेलर राजेंद्र सिंह ने कहा कि बलिया जेल में जलभराव होने के कारण वहां के बंदियों को आजमगढ़ जेल और अंबेडकरनगर जेल ट्रांसफर किया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शनिवार शाम तक बलिया जेल को खाली करा दिया जाएगा।
पिछले दो दिनों से जिले में हो रही भारी बारिश से बलिया जिला कारागार कुछ इस तरह जलमग्न हो गया है कि कैदी फिर आफत में फंस गए। बैरकों में घुटने तक पानी भर जाने से कैदियों को दूसरी जेलों में भेजने का निर्णय लिया गया है।
जेलर राजेंद्र सिंह ने कहा कि बलिया जेल में जलभराव होने के कारण वहां के बंदियों को आजमगढ़ जेल और अंबेडकरनगर जेल ट्रांसफर किया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शनिवार शाम तक बलिया जेल को खाली करा दिया जाएगा।
2019 में भी जेल के अन्दर भर गया था पानी
बलिया जिला कारागार में पानी भरने की ये कोई नई घटना नहीं है। इससे पहले वर्ष 2019 में भी जिला कारागार के जलमग्न होने से 863 बंदियों को आजमगढ़ और अंबेडकरनगर की जेलों में स्थानांतरित किया गया था। जलभराव और अंग्रेजों की जमाने की जेल के स्थान पर नई हाई सिक्योरिटी जेल बनाने की स्वीकृति मिल चुकी है, लेकिन भूमि नहीं मिलने से अभी इस पर काम नहीं शुरू हो सका है।
इस बार मानसून का सीजन निकलने से जेल प्रशासन ने राहत की सांस ली थी। लेकिन बृहस्पतिवार की रात से जनपद में हो रही मूसलाधार बारिश ने जेल प्रशासन की फिर नींद उड़ा दी। बैरकों में घुटने भर से ज्यादा पानी लगने पर इसकी सूचना मुख्यालय को दी गई थी।
इस पर डीजी जेल ने बंदियों को आजमगढ़ और अंबेडकरनगर की जेल में स्थानांतरित करने के लिए जिलाधिकारी और एसपी को पत्र लिखकर निर्देशित किया था। पत्र मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन की ओर से बंदियों को उक्त जेलों में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शनिवार शाम तक बंदियों को भेजे जाने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं।
इस बार मानसून का सीजन निकलने से जेल प्रशासन ने राहत की सांस ली थी। लेकिन बृहस्पतिवार की रात से जनपद में हो रही मूसलाधार बारिश ने जेल प्रशासन की फिर नींद उड़ा दी। बैरकों में घुटने भर से ज्यादा पानी लगने पर इसकी सूचना मुख्यालय को दी गई थी।
इस पर डीजी जेल ने बंदियों को आजमगढ़ और अंबेडकरनगर की जेल में स्थानांतरित करने के लिए जिलाधिकारी और एसपी को पत्र लिखकर निर्देशित किया था। पत्र मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन की ओर से बंदियों को उक्त जेलों में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शनिवार शाम तक बंदियों को भेजे जाने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए जा रहे हैं।
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