लखीमपुर खीरी की घटना पर मायावती ने कहा- बीजपी के दो मंत्री की संलिप्तता
लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर मायावती ने कहा कि इस कांड में बीजपी के दो मंत्री की संलिप्तता है। उन्होंने कहा कि ऐसे में नहीं लगता है कि पीड़ितों के साथ होगी न्याय. इस मामले की न्यायिक जांच की जाए।
बासपा सुप्रीमो मायावती फ़ाइल फ़ोटो |
लखनऊ। लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत की घटना को लेकर बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने दुख जताया है और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार पर हमला बोला है। इस दौरान उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी कांड में बीजेपी के दो मंत्रियों की संलिप्तता के कारण घटना की सही जांच हो पाएगी मुझे ऐसा नहीं लगता है। मायावती ने कहा कि इस घटना में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी मांग करती है कि इस घटना की न्यायिक जांच की जाए।
मायावती ने ट्वीट कर कहा, ''बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्र को रविवार देर रात लखनऊ में उनके निवास पर नजरबंद कर दिया गया जो अभी भी जारी है, ताकि उनके नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर खीरी जाकर किसान हत्याकांड की सही रिपोर्ट न प्राप्त कर सके। यह अति-दुःखद व निंदनीय है।
मायावती ने कहा, ''यूपी के दुखद खीरी कांड में भाजपा के दो मंत्रियों की संलिप्तता के कारण इस घटना की सही सरकारी जांच व पीड़ितों के साथ न्याय और दोषियों को सख्त सजा संभव नहीं लगती है। इसलिए इस घटना की, जिसमें अब तक 8 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है. बीएसपी इस घटना की न्यायिक जांच की मांग करती है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के गांव में वार्षिक कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था। इस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को भी शामिल होना था। इसमें शामिल होने के लिए यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पहुंचे थे। किसान डिप्टी सीएम का विरोध करने के लिए पहुंचे थे। आरोप है कि इस दौरान कथित तौर पर अजय मिश्रा के समर्थकों की गाड़ी से किसानों की टक्कर हो गई. इस घटना के बाद बवाल हो गया, जिसमें छह किसानों की मौत हो गई. डीएम ने 6 लोगों के मौत की पुष्टि की है। घटना के बाद इलाके में तनावपूर्ण माहौल है। केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे अभय मिश्र मोनू पर किसानों को गाड़ी से कुचलने की कोशिश करने के आरोप लग रहे हैं। कुछ किसान संगठनों ने फायरिंग करने का आरोप भी लगाया है।
प्रियंका गांधी को सीतापुर पुलिस ने हिरासत में लिया, फिलहाल PAC के गेस्ट हाउस में रखा गया
प्रियंका गांधी फ़ाइल फ़ोटो |
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को सीतापुर पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लेने के बाद फिलहाल उन्हें PAC के गेस्ट हाउस में रखा गया है।
लखनऊ। लखीमपुर खीरी के लिए आधी रात को रवाना हुई कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश के सीतापुर में पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लेने के बाद थाने में जिलाधिकारी विशाल भरद्वाज और एसपी आरपी सिंह प्रियंका गांधी को लेकर हरगांव थाने लेकर पहुंचे। जिसके बाद सीतापुर पुलिस ने प्रियंका गांधी को सेकेंड बटालियन पीएसी के गेस्ट हाउस में रखा गया है। इससे पहले प्रियंका गांधी लगातार पुलिस को चकमा देते आगे बढ़ते जा रही थी। पुलिस उन्हें हिरासत में लेने के लिए हर संभव कोशिश में जुटी हुई थी लेकिन सफल नहीं हो पा रही थी। आखिरकार सीतापुर पुलिस को सफलता हाथ लगी।
'यूपी पुलिस प्रियंका गांधी को कर सकती है नजरबंद'
प्रियंका गांधी ने बताया था कि पुलिस उन्हें रोकने की कोशिश में जुटी हुई है। कांग्रेस पार्टी की ओर से ट्विटर के जरिए नाकों पर पुलिस की ओर से काफिले को रोके जाने का वीडियो भी साझा किया है। गौरतलब है कि इससे पहले पार्टी ने आशंका जतायी थी कि प्रियंका को लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के लिए उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस नजरबंद कर सकती है। बता दें कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के रविवार के लखीमपुर खीरी दौरे का विरोध करने को लेकर भड़की हिंसा में घायल हुए किसानों से मिलने के लिए प्रियंका वहां जा रही थी।
हिंसा में कुल आठ लोगों की मौत
लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर अधिकारियों के बताया कि हिंसा की घटना में चार किसानों सहित कुल आठ लोगों की मौत हो गई। प्रियंका और पार्टी के नेता दीपिन्दर सिंह हुड्डा रविवार रात लखनऊ पहुंचे। इससे पहले पार्टी के एक नेता ने बताया था कि उनके घर के बाहर 300 पुलिसकर्मी और 150 महिला कांस्टेबल को तैनात किया गया है।
प्रियंका गांधी का ट्वीट
इस घटना को लेकर प्रियंका गांधी ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने सरकार से पूछा कि क्या किसानों को इस देश में जिंदा रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने ट्वीट किया, ''भाजपा देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएँगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका। ये किसानों का देश है, भाजपा की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है. किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी।''
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