केंद्र सरकार ने बड़ा तोहफा देने की तैयारी में मोदी सरकार, 43 करोड़ खाताधारकों को होगा फायदा केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार जन-धन खाताधारकों को जीवन बीमा और दुर्घटना कवर देने पर विचार कर रही है। सरकार, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा (पीएमजेजेबीवाई) और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा (पीएमएसबीवाई) के तहत बीमा कवर देना चाहती है। वित्त मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी बयान में कहा गया, "इस बारे में बैंकों को पहले ही सूचित कर दिया गया है।" सरकार के इस कदम का फायदा 43 करोड़ जन-धन खाताधारकों को मिलने की उम्मीद है।
![]() |
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी फ़ाइल फ़ोटो |
342 रुपए प्रीमियम: प्रधानमंत्री जीवन ज्योति (पीएमजेजेबीवाई) के तहत प्रति दिन 1 रुपए से कम के प्रीमियम पर 2 लाख रुपए की जीवन बीमा मिलती है। सालाना 330 रुपए का प्रीमियम देना होता है। वहीं, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा (पीएमएसबीवाई) योजना आकस्मिक जोखिमों को कवर करती है। यह योजना आकस्मिक मृत्यु और पूर्ण विकलांगता के लिए 2 लाख रुपए तक का कवर देती है। इसके अलावा आंशिक विकलांगता के लिए 1 लाख रुपए मिलते हैं। इसके लिए सालाना 12 रुपये का प्रीमियम देना होता है। कहने का मतलब ये है कि 342 रुपए के खर्च में जन-धन खाताधारकों को 4 लाख रुपए तक की बीमा मिल जाएगी। 43 करोड़ से ज्यादा खाताधारक: प्रधानमंत्री जन-धन योजना (पीएमजेडीवाई) के तहत बैंक खाताधारकों की संख्या बढ़कर 43 करोड़ से ज्यादा हो गई है। वहीं, इन खातों में जमा राशि बढ़कर 1.46 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गई है। आपको बता दें कि पीएमजेडीवाई की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने 15 अगस्त, 2014 को की थी। साथ ही इसे वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए इसे 28 अगस्त को शुरू किया गया था। इसके आज यानी 28 अगस्त 2021 को सात साल पूरे हो गए हैं
फिर आ गई मोदी सरकार की स्कीम, सस्ती कीमत में गोल्ड में निवेश का मिलेगा मौका
फिर आ गई मोदी सरकार की स्कीम, सस्ती कीमत में गोल्ड में निवेश का मिलेगा मौका।
![]() |
फ़ाइल फ़ोटो |
बता दें कि निवेश के लिहाज से सस्ती कीमत में गोल्ड खरीदने की सोच रहे हैं तो आपके लिए एक अच्छा मौका है। दरअसल, केंद्र सरकार की सरकारी स्वर्ण योजना एक बार फिर से शुरू होने वाली है। इस योजना के तहत आप सस्ती कीमत में गोल्ड बॉन्ड खरीद कर निवेश कर सकते हैं।
कितनी है कीमत।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गोल्ड बॉन्ड की कीमत 4,732 रुपए प्रति ग्राम रखी है। वहीं, ऑनलाइन आवेदन करने और डिजिटल तरीके से भुगतान करने वाले निवेशकों को 50 रुपए की अतिरिक्त छूट मिलेगी। आरबीआई के मुताबिक ऐसे निवेशकों के लिए गोल्ड बॉन्ड की कीमत 4,682 रुपए प्रति ग्राम होगी। यह बॉन्ड आवेदन के लिए 30 अगस्त से तीन सितंबर तक के लिए खुलेगा। बता दें कि सरकार ने मई 2021 से सितंबर 2021 के बीच छह किस्तों में सरकारी स्वर्ण बॉन्ड जारी करने की घोषणा की थी।
ये है शर्तें: सरकार की इस स्कीम के तहत कम से कम एक ग्राम गोल्ड बॉन्ड की खरीदारी करनी होगी। बॉन्ड खरीदने की अधिकतम सीमा 4 किलोग्राम है। वहीं, इसकी मैच्योरिटी अवधि 8 साल है। हालांकि, पांचवें साल के बाद इससे बाहर निकलने का विकल्प मिलता है।
हर दिन 95 रुपए की बचत से बन जाएंगे करोड़पति, समझें निवेश का ये तरीका
![]() |
फ़ाइल फ़ोटो |
करोड़पति बनने का सपना हर कोई देखता है। कम कमाई की स्थिति में ये सपना साकार कर पाना काफी मुश्किल होता है। अगर आप सही समय पर निवेश शुरू कर देते हैं तो कुछ साल बाद करोड़पति बन जाएंगे। आज हम आपको हर दिन 95 रुपए की बचत से करोड़पति बनने के तरीके के बारे में बताएंगे।
क्या है तरीका कैसे करें निवेश।
मामूली बचत से करोड़पति बनने के लिए SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) में निवेश करना सही है। एसआईपी में अपना पैसा एकमुश्त जमा करने की जगह हर महीने में तय किस्त के आधार पर जमा कर सकते हैं।
एक्सिस बैंक के SIP कैल्कुलेटर के मुताबिक अगर आप हर माह 2,861 रुपए का निवेश करते हैं तो 30 साल बाद आपको 1 करोड़ रुपए की रकम मिल जाएगी। अगर हर दिन के हिसाब से देखें तो 95 रुपए की बचत जरूरी है। इस बचत के बाद आप मासिक आधार पर 2,861 रुपए की किस्त देकर तीन दशक बाद करोड़पति बन सकते हैं। इसके लिए अनुमानित रिटर्न 12 फीसदी तय की गई है। हालांकि, रिटर्न में बदलाव संभव है। निवेशक को ज्यादा या कम रिटर्न भी मिल सकता है।
एक सितंबर को आ रहे 2 आईपीओ, निवेशकों के लिए बनेगा कमाई का मौका?
क्या है एसआईपी।
बता दें कि सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान निवेश का एक अनुशासित तरीका है। इसमें आप मासिक, तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर एक निश्चित राशि का निवेश कर सकते हैं। आप अलग-अलग जीवन लक्ष्यों की योजना बनाकर खुद निवेश की राशि, निवेश की साल अवधि भी तय कर सकते हैं। आप समय-समय पर एसआईपी की रकम को घटा या बढ़ा सकते हैं।
कैसे करें निवेश।
अगर आप बॉन्ड में निवेश करना चाहते हैं तो बैंकों (छोटे वित्त बैंकों और भुगतान बैंकों को छोड़कर) के जरिए खरीदारी कर सकते हैं। इसके अलावा स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), डाकघर, मान्यता प्राप्त शेयर बाजारों नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड के अलावा बीएसई के माध्यम से भी खरीदारी की जा सकती है।
23.87 करोड़ खाताधारक महिलाएं: वित्त मंत्रालय के मुताबिक अर्द्ध-शहरी और ग्रामीण इलाकों में जन-धन खाताधारकों की कुल संख्या 18 अगस्त, 2021 तक 43.04 करोड़ हो गई है। इसमें से 55.47 प्रतिशत या 23.87 करोड़ खाताधारक महिलाएं और 66.69 प्रतिशत यानी 28.70 करोड़ खाताधारक पुरुष हैं। मंत्रालय के अनुसार इस योजना के पहले वर्ष में 17.90 करोड़ जन-धन खाते खोले गए थे।
एक सितंबर को आ रहे 2 आईपीओ, निवेशकों के लिए बनेगा कमाई का मौका?
नए महीने के पहले दिन यानी 1 सितंबर को एक साथ दो कंपनियों के आईपीओ (प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम) आने वाले हैं। पहला आईपीओ स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र की कंपनी विजया डायग्नोस्टिक सेंटर का है जबकि दूसरा आईपीओ स्पेशियलिटी केमिकल बनाने वाली कंपनी एमी ऑर्गेनिक्स का है। ये आईपीओ निवेशकों को कमाई का मौका दे सकते हैं।
विजया डायग्नोस्टिक सेंटर।
आईपीओ के जरिए विजया डायग्नोस्टिक सेंटर 1,895 करोड़ रुपए की पूंजी जुटाने की तैयारी में है। ये आईपीओ एक सितंबर को खुलेगा और इसके तहत बोली के लिए कीमत 522-531 रुपये प्रति शेयर तय की गई है। ये आईपीओ तीन सितंबर को बंद होगा। आईपीओ पूरी तरह बिक्री पेशकश (ओएफएस) के रूप में होगा, जिसके तहत प्रवर्तक डॉ एस सुरेंद्रनाथ रेड्डी और अन्य निवेशकों द्वारा अपनी हिस्सेदारी बेची जाएगी। इस आईपीओ से प्रवर्तक और मौजूदा शेयरधारकों की हिस्सेदारी में 35 प्रतिशत की कमी होगी।
एमी ऑर्गेनिक्स।
स्पेशियलिटी केमिकल बनाने वाली कंपनी एमी ऑर्गेनिक्स का आईपीओ 1 सितंबर को खुलेगा। यह पहली बार नहीं है जब कंपनी आईपीओ लाने की कोशिश कर रही है। इससे पहले एमी ऑर्गेनिक्स ने 2018 में सेबी के पास पेपर जमा किए थे और सेबी ने मंजूरी भी दे दी थी। हालांकि कंपनी ने आईपीओ नहीं निकाला।
BPCL को खरीदने की दौड़ में वैश्विक तेल कंपनियां! सरकार बेच रही पूरी हिस्सेदारी
![]() |
फ़ाइल फ़ोटो |
भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) को खरीदने की रेस में वैश्विक तेल कंपनियां भी शामिल हैं। इसके लिए वैश्विक तेल कंपनियां, अमेरिका की निवेश फंड के साथ हाथ मिला सकती हैं। एक दस्तावेज से यह बात सामने आई है। आपको बता दें कि बीपीसीएल को खरीदने की दौड़ में अरबपति कारोबारी अनिल अग्रवाल के वेदांत समूह के अलावा दो अमेरिकी निवेश फंड-अपोलो ग्लोबल और आई स्क्वेयर्ड कैपिटल हैं।
अगर कोई वैश्विक तेल कंपनी दिलचस्पी दिखाती भी है तो अमेरिका के दोनों निवेश फंड में से किसी एक से डील करनी होगी। उद्योग के सूत्रों के मुताबिक यह संभव है कि वैश्विक तेल क्षेत्र की कोई बड़ी कंपनी या मध्य पूर्व के तेल उत्पादक पहले से ही बीपीसीएल को खरीदने की दौड़ में शामिल निवेश फंड के साथ मिलकर काम कर रही हो। ऐसे में बहुत ज्यादा मुश्किल नहीं होगी।
सरकार बेच रही हिस्सेदारी।
केंद्र सरकार भारत की तीसरी सबसे बड़ी तेल रिफाइनर बीपीसीएल में पूरी 52.98 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच रही है। इसे खरीदने के लिए पिछले साल इन तीनों कंपनियों ने प्रारंभिक बोली प्रस्तुत की थी। बोली प्रक्रिया में अन्य इच्छुक पक्षों के शामिल होने और बोलीदाताओं में से किसी एक के साथ एक संघ बनाने की इजाजत है।
No comments:
Post a Comment