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Monday, September 20, 2021

अम्बेडकरनगर। अन्तरजनपदीय गिरोह के साथ चार बदमाशो को पुलिस नेे किया गिरफ्तार

 ट्रेनों व बसों में यात्रियों को निशाना बनाने वाले जहरखुरानी गिरोह के सरगना गिरोह के साथ चार को पुलिस ने किया गिरफ्तार

अम्बेडकरनगर। ट्रेनों व बसों में यात्रियों को निशाना बनाने वाले अंतरजनपदीय गिरोह के सरगना समेत चार सदस्यों को स्वाट टीम व कोतवाली अकबरपुर की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिसमे आजमगढ़ जिले के बिलरियागंज, अहिरौला व अतरौलिया थाने के इन आरोपियो से पुलिस ने दो कार और 25 हजार रुपये समेत प्रतिबंधित दवाएं भी बरामद की हैं। विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने चारों आरोपियों को जेल भेजा है।

पुलिस ने गिरफ्तार किए जहरखुरानी में लिप्त चार बदमाश


बाताते चले कि अलग अलग बस अड्डे एवं रेलवे स्टेशनो पर यात्रियों को निशाना बनाने के लिए यह जहरखुरान गिरोह को गत रविवार की रात अम्बेडकरनगर के अकबरपुर ओवरब्रिज के नीचे से गिरफ्तार किया। मुखबिर की सूचना पर स्वाट टीम व कोतवाली पुलिस ने आपरेशन में घेराबंदी कर गिरोह के सरगना समेत तीन आरोपितों को दबोच लिया। गिरोह से पूछताछ के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बस स्टैंड के इल्तिफातगंज मार्ग पर रेलवे क्रासिग के पास कार से इनके चौथे साथी को पकड़ लिया। पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि आजमगढ़ जनपद में अहिरौला थाने के लेदौरा गांव का पंकज निषाद गिरोह का सरगना है। बिलरियागंज थाने के अलाउद्दीन पट्टी का प्रकाश यादव और शहाबुद्दीन गांव के परशुराम यादव समेत अतरौलिया थाने के गोपालपट्टी गांव के रवि निषाद जहरखुरानी गिरोह के सदस्य हैं। इन्हें जेल भेजा गया है। कार्रवाई के दौरान एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकला। इसकी तलाश चल रही है।

गिरोह के सदस्य मजबूरी में मदद करने का देते थे झांसा

 गिरोह के सरगना ने बताया कि रेलवे स्टेशन एवं बस अड्डे पर रात में आने वाले यात्रियों को मुसीबत में फंसा देखकर मदद करने की पहल करते हैं। खुद उनके गंतव्य की ओर जाने का झांसा देकर ये बीच सफर में घटना को अंजाम देते है। गिरोह के सदस्य जिला मुख्यालय के प्रमुख एवं सुनसान मार्ग पर भी घात लगाकर बैठे रहते हैं। इनके पास से आजमगढ़ जिले से चोरी की दो कारें एवं प्रतिबंधित दवा की 70 गोलियां मिली हैं। इसके जरिए गिरोह यात्रियों को बेहोश कर लूटपाट करते हैं। दवा देने की मात्रा के बारे में ये प्रशिक्षित हैं। वजह, अधिक मात्रा में इसे देने से मौत हो सकती है। बेहोश करने की मात्रा तक ही दवा चाय आदि में मिलाकर देते हैं।

गिरोह के सरगना और सदस्यों का थानों में है लंबा आपराधिक इतिहास।

जहरखुरानी की घटना को ताबड़तोड़ अंजाम देने के बाद यह लौट कर खामोश हो जाते हैं। पुलिस की तलाशी के दौरान इनके पास से कई जोड़ी कपड़े मिले हैं। सरगना समेत सदस्यों का लंबा इतिहास है। गिरोह के सरगना पंकज निषाद पर आजमगढ़ एवं अंबेडकरनगर के विभिन्न थानों में 12 मुकदमे दर्ज हैं। लालबहादुर यादव पर भी आजमगढ़ जिले में दो मुकदमे पहले से दर्ज हैं। गिरोह पकड़ने वाली पुलिस टीम में कोतवाल अमित प्रताप सिंह, उप निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह, आरक्षी कुलदीप, अजीत यादव और बिट्टू सिंह को एसपी ने शाबाशी दी है।


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