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Monday, September 20, 2021

अम्बेडकरनगर। वर्षों से कृषि विभाग का चक्कर लगा रहे किसानों को नहीं मिला किसान सम्मान निधि का लाभ।

अम्बेडकरनगर। हजारो किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जबकि वो पात्र होते हुए भी इसका लाभ नहीं ले पा रहे हैं। वही दूसरी तरफ जो पात्र नहीं है उनको तमात योजनाओं का लाभ सुचारू रूप से मिल रहा है। तमाम किसान ऐसे ही जो लगातार वर्षो से कृषि विभाग का चक्कर लगा रहे हैं बावजूद इसके उनको योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। 



सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ तमाम ऐसे किसान जिनके पास8 बीघे से कम कृषि योग्य भूमि है तो उन किसानों को इसका लाभ मिलेगा लेकिन यह योजना केवल कागजो तक ही सीमित रह गई है। ऐसे ही एक किसान आज कृषि विभाग में आया और बोला कि मैं एक साल से किसान सम्मान निधि पाने के लिए कार्यालय का चक्कर लगा रहा हूं, लेकिन एक ही जवाब मिलता है कि अबकी बार आ जाएगा। यह सुनते-सुनते पूरे एक साल हो गया, लेकिन खाते में रुपया नहीं आया। टांडा ब्लाक के एक किसान ने सोमवार को कृषि भवन में जिला कृषि अधिकारी पीयुष राय से यह शिकायत की। उन्होंने मामले को गंभीरता से लेकर तत्काल साइट पर जाकर देखा तो उक्त किसान को तहसील से अपात्र कर दिया गया था। इसलिए उसको योजना का लाभ नहीं मिल रहा था। इतना ही नहीं इसके अलावा रामनगर ब्लाक के किसान, जलालपुर ब्लाक के ग्राम शाहपुर फिरोजपुर के किसान, राजेसुल्तानपुर से आए किसानो के हाथ में आधार कार्ड, खतौनी और बैंक पासबुक लेकर सम्मान निधि पाने के लिए अधिकारियों से बात करते दिखे। उन्हें समुचित जानकारी देने वाला कोई नहीं था, क्योंकि कृषि भवन के सभागार में तकनीकी सहायकों की बैठक चल रही थी। इसमें रबी सीजन के दौरान बुवाई आदि पर चर्चा की गई। करीब पौने 11 बजे सभी लिपिक अपने पटल पर पहुंचे तो वरिष्ठ लिपिक साथी कर्मचारियों को अधूरे कार्यों को पूरा करने की नसीहत देते दिखे। उप कृषि निदेशक का पद रिक्त होने से इसका भी प्रभार जिला कृषि अधिकारी के पास है।  वरिष्ठ सहायक आनंद पांडेय ने बताया कि कृषि जागरूकता मेला, गोष्ठी आदि कार्यक्रमों में वितरण करने के लिए रखा गया है। मृदा परीक्षण कक्ष में चार कर्मचारी मौजूद मिले। यहां फसल बीमा कंपनी का कोई भी कर्मचारी नहीं मिला। कृषि रक्षा कार्यालय में लिपिक चंद्रकेश राजभर बैठे मिले। यहां उर्वरक एवं कीटनाशक पदार्थों की बिक्री के लिए लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया चल रही थी। लिपिक ने बताया कि जिन लाइसेंस पर किसी भी अनियमितता के तहत मुकदमा दर्ज है, उन्हें अब नया लाइसेंस जारी कराना होगा। कार्यालय में सबसे अधिक किसानों की आमद सम्मान निधि की त्रुटियां सही कराने को लेकर थीं। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि किसान रबी फसलों में गेहूं की बुवाई करने में सीडड्रिल का प्रयोग करें, पराली कतई न जलाएं, सम्मान निधि पाने के लिए कार्यालय से संपर्क कर सही जानकारी जरूर लें। किसान सम्मान निधि की किस्त बीच में बंद हो गई। इसे सही कराने के लिए यहां आया हूं। दो घंटे से इंतजार कर रहा हूं, लेकिन कोई जानकारी देने वाला नही है। एक किसान शाहपुर-फिरोजपुर, जलालपुर मै सुबह आठ ही बजे से आया हूं। दो घंटे से ज्यादा हो गया। कोई कर्मचारी जानकारी के लिए उपलब्ध नहीं है। बैंक गए थे तो वहां बताया गया कि कृषि भवन से अपना ब्यौरा सही कराएं। जबकि मैंं राजेसुलतानपुर सालभर से परेशान हूं। जब भी यहां आता, अगली बार किस्त आने का आश्वासन दिया जाता। अब अपात्र होने की बात बताई जा रही है।

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