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अम्बेडकरनगर। पूरे प्रदेश में चल रहे राष्ट्रीय पोषण माह अभियान के तहत भारत सरकार द्वारा पोषण अभियान के अंतर्गत माह सितंबर 2021 को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाए जाने के निर्देश के क्रम में इस चतुर्थ राष्ट्रीय पोषण माह के 4 बेसिक थीम हैं ।जिनमें प्रथम सप्ताह सरकारी स्कूलों आवासीय स्कूल आंगनबाड़ी केंद्रों ग्राम पंचायत की अतिरिक्त भूमि पर पोषण वाटिका की स्थापना हेतु पौधरोपण अभियान द्वितीय सप्ताह योगा एवं आयुष बच्चों किशोरियों बालिकाओं तथा गर्भवती महिलाओं को केंद्रित करते हुए योग सत्र का आयोजन तृतीय सप्ताह पोषण संबंधी प्रचार सामग्री अनुपूरक पुष्टाहार आदि का वितरण चतुर्थ सप्ताह बच्चों के चिन्नाकन हेतु अभियान इसी क्रम में जिले की सभी बाल विकास परियोजनाओं में 1 सितंबर से 7 सितंबर तक पोषण वाटिका एवं पौध रोपण का कार्यक्रम उत्साह पूर्वक मनाया गया ,द्वितीय सप्ताह सुपोषण के लिए योगा एवं आयुष का महत्व पर आज दिनांक 9 सितंबर 2021 को बाल विकास परियोजना भीटी के तत्वाधान में विकासखंड भीटी के दवाकरा हाल में एक सशक्त एवं जागरूक प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया।
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पोषण माह अभियान के तहत महिलाओं को योग सिखाते प्रशिक्षक |
जिसकी अध्यक्षता योग एवं आयुष विभाग के प्रशिक्षक ललित पाठक जी ने किया इस प्रशिक्षण में सीडीपीओ बलराम सिंह मुख्य सेविका कांति त्रिपाठी तथा मुख्य सेविका उमा सिंह तथा परियोजना के कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने प्रतिभाग किया सबसे पहले योग प्रशिक्षक डॉ ललित पाठक जी ने आयुष के अंतर्गत आने वाली चिकित्सा पद्धतियों यथा आयुर्वेद यूनानी योग सिद्ध एवं होम्योपैथी के महत्व को उपस्थित लोगों के समक्ष स्पष्ट किया। इसके पश्चात नीम, पीपल, तुलसी, गिलोय, चिरायता, आंवला आदि के औषधीय गुणों की चर्चा करते हुए कहां यदि शरीर में कमजोरी है। आंखों के सामने चलने पर चक्कर आता है। हिमोग्लोबिन की मात्रा घट गई है तो 1 सप्ताह में कम से कम 2 बार सहजन की पत्ती का अर्क निकालकर पानी में उबालकर काली मिर्च, लहसुन डालकर सूप बनाकर पीने से शारीरिक कमजोरी समाप्त हो जाती है। गिलोय को राष्ट्रीय पौधा बताते हुए उन्होंने इसके अवसर ही गुणों को विस्तार से बताया कि किस तरीके से यह तीव्र ज्वर को भी समाप्त करता है।
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इसी तरीके से जुखाम बुखार नजला टाइफाइड से बचाव के लिए चिरायता की पांच पत्ती के साथ पांच पत्ती तुलसी मिलाकर खाने से इन बीमारी बीमारियों से मुक्ति मिलती है इसी तरीके से आंवला के औषधीय गुणों के बारे में बताते हुए कहा जितना ताकत एक गिलास दूध दो पके आम और पांच छुहारा खाने से होती है इतनी ताकत एक आंवले में सीजन में इसको खाने से होती है इसी तरीके से अमरूद को पाचन तंत्र को सही करने वाला और जामुन को शुगर में रामबाण औषधि बताया तथा इन वृक्षों को लगाने पर बल दिया।
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पोषण माह पोषण माह अभियान के तहत महिलाओं को संबोधित करते योग प्रशिक्षक |
राष्ट्रीय पोषण माह कार्यक्रम के अंतर्गत भीटी ब्लाक के द्वारा हाल में आज बाल विकास परियोजना अधिकारी बलराम सिंह के नेतृत्व में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को योगा और आयुष के माध्यम से पोषण स्तर में सुधार हेतु समन्वय विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया ।योग वैलनेस सेंटर राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय आलापुर अंबेडकरनगर, आयुष विभाग के योग प्रशिक्षक डॉ ललित तिवारी ने बताया कि योग और आयुर्वेद सदियों पुरानी चिकित्सा पद्धति के रूप में स्थापित हैं। जिनके बेहतर प्रयोग से स्वस्थ और सुखी जीवन शैली युक्त समाज स्थापित था। स्वयं योगेश्वर द्वारा संपूर्ण प्राणी मात्र के खुशहाली के लिए योग और आयुर्वेद को समय-समय पर संसार को समर्पित किया योग में स्वास्थ्य की क्रियाएं करके जहां मनुष्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास तो होता ही है वही हमारे शरीर के सभी संस्थान ऑक्सीजन की पर्याप्तता से ठीक ढंग से कार्य कर पाते हैं सम्यक रूप से स्वास्थ्य का आदान और प्रधान स्वस्थ रहने के लिए नितांत आवश्यक होता है इसी के साथ यदि हम प्रकृति द्वारा प्रदान की गई आंवला ,तुलसी ,सहजन चिरायता, पीपल का प्रयोग करके प्राकृतिक रूप से पोषण स्तर को सुधारा जा सकता है। आंवला के प्रयोग से शरीर के अंदर व्याप्त टॉक्सिन आसानी से बाहर निकल जाता है और उनके स्थान पर शरीर को 9 या 1 प्राप्त होता है आंवला और गिलोय के प्रयोग से सांस की क्रियाओं को करके शरीर में पोषण देने वाले एंडोक्राइन सिस्टम आसानी से जागृति होकर नई कोशिकाओं का निर्माण शुरू हो जाता है और शरीर में एकत्रित नष्ट कोशिकाएं शरीर से बाहर हो जाती हैं वही सहजन की पत्तियों का रस प्रत्येक प्रकार की कमजोरी को दूर करने में रामबाण औषधि के रूप में विख्यात है। इसके अलावा गांव में पाए जाने वाले चिरायता और तुलसी के प्रयोग से किसी भी प्रकार का ज्वर और खासी का निदान हो जाता है ।यदि हम नियमित तौर पर अपने दैनिक जीवन में योग और आयुर्वेद समेत आयुष की विधाओं को अपना लें तो पारंपरिक चिकित्सा में आने वाले आर्थिक क्षति से बचा भी जा सकता है।प्राणायाम में कपालभाति, भस्त्रिका ,अनुलोम विलोम के साथ मंडूकासन सिंहासन आदि का अभ्यास कराया गया और इसके लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी दिया गया।
अम्बेडकरनगर।खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने किया निरीक्षण
गौरतलब है कि जिले में मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए खाद सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने जिलाधिकारी अम्बेडकरनगर के निर्देश पर एवं राजवंश श्रीवास्तव, अभिहत अधिकारी तथा के०के० उपाध्याय मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अम्बेडकरनगर के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा अधिकारीयों की टीम द्वारा जिले के विभिन्न क्षेत्रों चेकिंग अभियान चलाकर संदिग्ध मिलावटी पर खाद्य पदार्थों का नमूना संग्रहित कर के जांच हेतु भेजा गया है बताते चलें कि इल्तिफातगंज रोड, अकबरपुर में श्याम डेयरी का निरीक्षण कर दूध का नमूना संग्रहित किया वही दोस्तपुर रोड, शहजादपुर में जनता डेयरी का निरीक्षण कर दूध का नमूना लिया गया साथ ही जलालपुर रोड, शहजादपुर में भारत दूध डेयरी का निरीक्षण कर पनीर का नमूना संग्रहित कर जांच हेतु भेजा गया है। और वही संबंधित को सख्त चेतावनी देते हुए बताया कि यदि मिलावटी खाद्य पदार्थ की विक्री करते हुए पाए जाते हैं तो दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। टीम में गुलाब चन्द गुप्ता, रत्नाकर पाण्डेय तथा पुरेंद्र यादव खाद्य सुरक्षा अधिकारी मौजूद रहे।
जूनियर हाई स्कूल पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ की हुई बैठक
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंप दें उत्तर प्रदेश जूनियर हाई स्कूल पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी
अम्बेडकरनगर। उत्तर प्रदेश जूनियर हाई स्कूल पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ की मासिक बैठक जिला अध्यक्ष ओंकार प्रसाद पाण्डेय की अध्यक्षता में की गई। बैठक में सभी पदाधिकारियों की सहमति से निम्न बिंदुओं पर चर्चा कर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन दिया गया। जिसमे बताया गया कि शिक्षकों की पद सहायक अध्यापक जूनियर हाई स्कूल व प्रधानाध्यापक जूनियर हाई स्कूल के पद पर अति शीघ्र किया जाए। अध्यापकों की मानव संपदा में दर्ज सेवा पुस्तिका में प्रति कर अवकाश EL प्रति वर्ष का लेखा पूर्ण किया जाए। निशुल्क पुस्तकों के विद्यालय तक पहुंचाने का शासन द्वारा धन दिया गया है किंतु प्रधानाध्यापक को brc से स्वंय ले जाना पड़ता है जो शासन के निर्देशों का उल्लंघन है। जीपीएफ का लोन अध्यापकों द्वारा आपके कार्यालय में प्रस्तुत की गई है जिसमें आप द्वारा बयान हलसी मांगी जा रही है जबकि विभागीय आदेश में ऐसा कोई भी निर्देश नहीं है। चयन वेतन पत्रावलीयों का निस्तारण आपके कार्यालय द्वारा नहीं किया जा रहा है इसके कारण अध्यापकों में रोष है। मुख्य सचिव शासन माननीय श्री राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी द्वारा संगठनों से प्रतिमा बैठक के लिए स्पष्ट निर्देश दिया गया है परंतु आपके द्वारा कोई बैठक नहीं की गई है यहां तक कि शिक्षक दिवस शिक्षक सम्मान समारोह शासन द्वारा मान्यता प्राप्त संगठन जूनियर हाई स्कूल पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों को आमंत्रित नहीं किया यह बहुत खेद का विषय है शिक्षक प्रतिनिधियों में रोष है। पूरी छात्र संख्या पर पुस्तकों का वितरण नहीं किया जा रहा है नामांकित छात्र संख्या 2021 छात्रसंघ आधार पर पुस्तक दिया जाए। 19 बिंदुओं पर मांगी जा रही रिपोर्ट अध्यापकों को उत्तरदायित्व ना मानते हुए कार्यकारी संस्था से मांगी जाए। एनपीएस कटौती की पासबुक तत्काल बनवाई जाए तथा प्रतिमाह कटौती का बिल कोषागार को भेजा जाए। शिक्षक संघ के समस्त पदाधिकारी गण जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से मिलकर उन को ज्ञापन दिया इस कार्यक्रम में जिला महामंत्री मधुकर पाण्डेय ,जिला संरक्षक घनश्याम तिवारी, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष शरतेन्दु शेखर मिश्र, जिला कोषाध्यक्ष अखिलेश कनौजिया अकबरपुर ब्लॉक अध्यक्ष राघवेंद्र शुक्ला, टांडा से राकेश वर्मा कटेहरी से अवधेश मौर्य बसखारी से कोषाध्यक्ष गफ्फार अहमद एवं समस्त पदाधिकारी गण उपस्थित रहे।
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