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Saturday, November 27, 2021

अम्बेडकरनगर। किसी जंग से कम नहीं किसानों के लिए क्रय केन्द्र पर धान की बिक्री करना

 

400 किसानों को टोकन देने वाले क्रय केन्द्र पर हो रही दिन भर में सिर्फ एक ट्राली धान की खरीद

धीमी गति से हो रही धान खरीद से किसान हो रहे परेशान


धान बिक्री से पहले सत्यापन के लिए तहसीलों का चक्कर काटने को भी विवश हो रहे किसान।


अम्बेडकरनगर। जिले में सरकारी क्रय केन्द्रों पर किसानों को धान की बिक्री कर पाना किसी जंग लड़ने से कम नहीं है। किसी क्रय केन्द्र पर किसानों को रात में सोने के लिए विवश होना पड़ रहा है, तो कहीं पर किसान अपना नंबर आने के इंतजार में प्रतिदिन क्रय केन्द्र का चक्कर लगा रहे हैं। धान खरीद में सुस्ती होने के चलते किसानों को काफी मुश्किल हो रही है। क्रय केन्द्रों पर धान बिक्री के लिए किसान प्रतिदिन पहुंच रहे हैं, और टोकन भी प्राप्त कर रहे हैं। परन्तु सुस्त रफ्तारी का आलम ऐसा कि किसानों को क्रय केन्द्र पर अपने धान के विक पाने की उम्मीद कम ही नजर आ रही है। क्रय केन्द्रों पर 200 से लेकर 400 तक किसान टोकन प्राप्त कर चुके हैं। परन्तु प्रतिदिन क्रय केन्द्रों पर एक दो ट्राली ही धान की तौल हो पा रही है। ऐसे में निर्धारित समय सीमा के अंदर किसानों के धान की खरीद हो पाएगी, इस पर एक बड़ा सवाल है। रबी फसल की बुवाई के समय किसान फसल की बुवाई करें, या धान की ट्रालियां लेकर समितियों पर दिन गुजारें यह उनके लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। धान की बिक्री न हो पाने से आर्थिक तंगी का सामना भी किसानों को परेशान कर रहा है। इसके चलते ही बड़ी संख्या में किसान आढ़तियों के हाथों औने पौने दामों पर अपनी उपज बेचने के लिए विवश हैं। धान खरीद में सुस्ती की मुख्य वजह अधिकारी राइसमिलरों से कुटाई का अनुबंध न होना बता रहे हैं। किसानों को धान बिक्री के लिए ऑनलाइन आवेदन के बाद कागजात सत्यापन में भी पसीने छूट रहे हैं। तहसील प्रशासन पखवारे भर में भी किसानों के आवेदन का सत्यापन कर रिपोर्ट नही लगा पा रहा है। इससे किसानों को क्रय केन्द्रों के साथ ही तहसीलों का चक्कर काटने के लिए विवश होना पड़ हा है। शनिवार को अमर उजाला टीम ने जिले के अलग अलग क्षेत्रों में संचालित हो रहे विभिन्न एजेंसियों के क्रय केन्द्रों पर पहुंचकर किसानों से मुलाकात की। 

क्रय केन्द्रों पर मिले किसानों द्वारा दी गई जानकारी के प्रमुख समस्या इस तरह से है।

टोकन,270 किसानों को खरीद चल रही 12 वें नंबर की

केस नंबर 1

जलालपुर धान क्रय केंद्र पर किसानों ने प्रकट की अपनी समस्या

सहकारी संघ जलालपुर क्रय केन्द्र पर खरीद कार्य अत्यंत सुस्त चल रहा है। धान खरीद व्यवस्था से यहां मौजूद किसान काफी खिन्न दिखे। पूछताछ में पता चला कि क्रय केन्द्र पर अब तक 270 किसानों ने धान बिक्री के लिए टोकन प्राप्त किया है। शुक्रवार को 12 नंबर टोकन के किसान की तौल चल रही थी। क्रय केन्द्र पर मौजूद मिले सेठा कला के प्रदीप कुमार ने बताया कि उन्हें 170 नंबर का टोकन मिला है। जिस रफ्तार से खरीद चल रही है, उससे तो लग रहा है कि उनका नंबर आते आते क्रय केन्द्र ही बंद हो जाएगा। प्रतिदिन दो से तीन ट्राली धान की खरीद हो पाना मुश्किल रहा है। क्रय केन्द्र पर मिले सोनगांव के राहुल कुमार ने सत्यापन कार्य में लापरवाही को लेकर नाराजगी जतायी। कहा कि 15 दिन पहले तहसील में सत्यापन के लिए कागजात जमा किया, लेकिन तक सत्यापन नहीं हो सका। संत्यापन न होने के चलते उन्हें टोकन भी नहीं मिल पा रहा है।

कागजात सत्यापन कराने में किसानों को छूट रहे पसीने

केस नंबर 2


किछौछा में संचालित राजकीय खाद्य निगम के क्रय केन्द्र पर धान की खरीद होती मिली। यहां पर अब तक 24 किसानों से 1049 कुंतल धान की खरीद हो सकी है। खरीद शुरु हुए लगभग माह भर का समय बीतने को है। महज 1 हजार कुंतल हुई धान की खरीद से अंदाजा लगाया जा सकता है कि खरीद कार्य कितनी रफ्तार से चल रहा है। केन्द्र पर 5 किसान अपना धान लेकर यहां खड़े मिले। किसानों ने यहां क्रय पर खरीद को लेकर ज्यादा समस्या नहीं बतायी, लेकिन सत्यापन कार्य में हो रहे विलंब को लेकर किसान नाराज दिखे। महमूदपुर के किसान रामनयन ने बताया कि अक्तूबर माह में ऑनलाइन कराया था, सत्यापन होने में एक माह का समय लग गया। कुछ ऐसी ही समस्या महमदपुर के अखिलेश वर्मा ने भी बताया। कहा कि सत्यापन कार्य में विलंब होने के चलते उन्हें धान बिक्री में देरी हुई, और भाग दौड़ भी करनी पड़ी।

दिन भर में हो पाती सिर्फ एक ट्राली धान की तौल

केस नंबर 3


जहांगीरगंज विकास खंड के विपणन विभाग के जोलहापुर क्रय केन्द्र पर किसान धान की धीमी ख़रीद से परेशान हैं। किसानों का कहना है कि यहां अभी ज्यादा किसानों की आवक भी नहीं है। इसके बावजूद उन्हें पान तौल कराने के लिए दो से तीन दिन तक क्रय केन्द्र पर खड़ा होना पड़ रहा है। ककरापार के किसान कमलेश मिश्र व विशुनपुर के बीरेन्द्र सिंह ने खरीद कार्य में तेजी लाने की मांग की। कहा कि दिन में बमुश्किल एक ट्राली धान की तील हो पाती है। इससे किसानों को काफी मश्किल हो रही है। किसानों को ठंड के मौसम में रात भर क्रय केन्द्र पर सोना पड़ रहा है। प्रशासन की किसानों की समस्या को संज्ञान लेते हुए खरीद कार्य में तेजी लाना चाहिए। अब तक इस कप केन्द्र पर - 31 किसानों से 1700 कुंतल धान की खरीद की गई है। यहां लगभग 400 किसानों ने मान बिक्री के लिए टोकन प्राप्त किया है।

खरीद में तेजी से हो रहा सुधार

जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी ने बताया कि राइसमिलरों से अनुबंध न हो पाने की वजह से खरीद कार्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। अब तक 14 राइसमिलरों से अनुबंध हो चुका है। अन्य से प्रयास जारी है, जल्द ही सभी 81 राइसमिलरों से प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद खरीद कार्य तेजी से आगे बढ़ेगा। फिलहाल जिले का स्थान मंडल में दूसरे स्थान पर है। किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्रय केन्द्र पहुंचने वाले सभी किसानों के धान की खरीद होगी।










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