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Monday, December 26, 2022

अबैध खनन के विरुद्ध फूटा ग्रामीणों का गुस्सा

अम्बेडकरनगर। अबैध तरीके से खनन के चलते मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण में खपाई जा रही सफेद रेत के अंधाधुंध खनन के चलते घाघरा किनारे बसे दर्जनों गांवों के भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है। इस तरह से हो रहे खनन से संकट का बादल दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। कटान होने पर इन गांवों के नदी में समाने से आशंकित ग्रामीणों का गुस्सा आखिरकार फूट पड़ा तो विरोध करते हुए खनन कार्य को  रोक दिया। इसकी जानकारी होने पर प्रोजेक्ट को पूरा कराने में सहभागी बनी प्रशासनिक मशीनरी के जिम्मेदारों ने मौके पर पहुंच कर जांच की बात कहते हुए फौरी तौर पर खनन रोक दिया। 

गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे पर लगी जेसीबी

आलापुर तहसील क्षेत्र के कम्हरिया घाट सहित करीब दर्जन भर गांवों से होकर गुजर रहे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे का निर्माण इलाके में शुरू हुआ तो खनन को लेकर अक्सर विवाद होते रहे काम भी बंद हुए लेकिन प्रोजेक्ट पूरा कराने के ऊपरी दबाव के बीच प्रशासनिक मशीनरी कोई न कोई तरीका अपनाते हुए खनन स्थलों में बदलाव कर विरोध को टालने की तरकीब अपनाते रहे इसी तरकीब का एक अहम हिस्सा कम्हरियाघाट इलाके में घाघरा नदी व इसके किनारे का भूभाग रहा है।

खनन स्थल पर जुटे ग्रामीण

इसमें कार्यदायी संस्था द्वारा लंबे समय से सफेद रेत के काले कारोबार में लिप्त खनन माफियाओं का सहारा लेकर एक्सप्रेस वे में मिट्टी की पटाई के नाम पर रेत का खनन कराया जाता रहा है जो अब भी जारी है। इस खनन के चलते जहां लाखों के राजस्व को चूना लगाते हुए रेत का अवैध कारोबार फल फूल रहा है तो वहीं मानक विपरीत अंधाधुंध खनन से नदी किनारे बसे माझा कम्हरिया, इटौरा ढोलीपुर, सराय हंकार, गोपापुर, कैतिया, भेडाभार, सिद्धनाथ का पूरा, आराजी देवारा के अन्य गांवों पर कटान का खतरा बढ़ता जा रहा है जिससे यहां के ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
गलत तरीके से किया गया खनन

इसी के चलते रविवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा तो उन्होंने खनन स्थल पर पहुंच कर विरोध करना शुरू कर दिया और खनन रोक दिया जिससे खनन मे लगी मशीनों के पहिए थमते ही प्रशासनिक अमले में खलबली मच गई तो  तहसीलदार ने टीम के साथ मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों को समझा बुझाकर शांत कराया और जांच की बात कहकर खनन रोकने का फरमान जारी कर दिया। फिर भी इलाकाई लोगों को प्रशासन की बातों पर भरोसा नहीं दिख रहा है। तहसीलदार सुनील कुमार ने बताया कि नायब तहसीलदार मौके पर गए थे। खनन कार्य गांव से दूरी पर हो रहे हैं। इससे गांवों को कोई खतरा नहीं। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट तो पूरा करने के लिए मिट्टी की आपूर्ति आवश्यक है फिलहाल ग्रामीणों के हित को भी ध्यान में रखा जायेगा।

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