जरूरतमंदो को नहीं मिल पा रही मेडिकल कॉलेज से दवाएं।
बाहर से दवा खरीदने को हो रहे मजबूर।
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सद्दरपुर मेडिकल कॉलेज |
टांडा अम्बेडकरनगर। महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज सदरपुर टांडा मे मरीजों को मुफ्त दी जाने वाली दवाओं की लगातार किल्लत होने से मरीज और उनके तीमारदार परेशान है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक मेडिकल कॉलेज में 65 दवाओं की लिस्ट चस्पा है डॉक्टरों द्वारा दवाएं लिखी जा रही हैं लेकिन मरीजों को उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं । पांच दवावो में से कभी एक तो कभी दो दवाएं ही मेडिकल कॉलेज से मरीजों को उपलब्ध हो पा रही हैं।
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मेडिकल कॉलेज में दवा के लिए लगी लंबी लाइन |
ऐसे में मरीज और तीमारदार मजबूर होकर मेडिकल कॉलेज के बाहर मौजूद मेडिकल स्टोर से दवाई खरीदने पर मजबूर है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक फार्मासिस्ट के के वर्मा के रिटायरमेंट के बाद रविंद्र चौधरी को चार्ज मिला है. बताया जा रहा है कि रविंद्र चौधरी दवाओं का मिलान पिछले 1 महीने से कर रहे हैं जिसमें बहुत बड़े पैमाने पर अनियमितता पायी गई है। मेडिकल कॉलेज का कोई भी इस पर कोई भी जानकारी देने से कतरा रहा है । जानकार बताते हैं कि यह दवा का बहुत बड़ा घोटाला है। डॉक्टर द्वारा लिखे गए पर्चे पर एक या दो दवाएं देकर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन दवाओं का बड़े पैमाने पर घोटाला कर रहा है ।
प्राचार्य डॉ अमीरुल हसन ने बताया कि दवाओं की उपलब्धता जल्द सुनिश्चित की जाएगा।
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