अम्बेडकरनगर उत्तर प्रदेश। प्रदेश भर में चलाए जा रही एनीमिया मुक्त भारत अभियान के तहत छह महीने से 19 वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती और शिशुधारित महिलाओं को आईएफए की खुराक दी जाती है। गर्भवती और शिशुवति महिलाओं के साथ- साथ छोटे बच्चों को आयरन, फॉलिक एसिड सिरप और टेबलेट दी जाती है।
साथ ही स्कूलों में भी बच्चों को आईएफए की दवाई दी जा रही है इसी क्रम में बाल विकास परियोजना बसखारी के प्राथमिक विद्यालय हसवर में राष्ट्रीय पोषण माह के अर्न्तगत तीसरी थीम सुपोषित उत्तरप्रदेश एनीमियाँ मुक्त उत्तप्रदेश पर आंगनवाडी केन्द्र हसंवर में एनीमियां के विषय में महिलाओं और किशोरी बालिकाओं गर्भवती महिलाओं को मिलकर 42 लोगों को पोषण और स्थानीय साग सब्जियों फलों के सेवन हेतु बाल विकास परियोजना अधिकारी बसखारी डॉक्टर नीरज कुमार पांडे द्वारा जागरूक किया गया। मुख्य सेविका बीना ओझा तथा यासमीन इकबाल ने कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को गांव की महिलाओं को बार-बार कुपोषण हेतु जागरूक करने का आवाहन किया। उनके द्वारा जनसमुदाय को आयरन और फोलिक एसिड सीरप ' और कैल्शियम दवाओं के विषय में और कैसे सेवन करना है। उसके बारे में विस्तृत जानकारी दिये। इस अवसर पर प्रमुख रूप से ग्राम प्रधान कन्हैया राम बसंत लाल सोनी दिनेश कुमार सोनी आंगनवाड़ी वर्कर यूनियन के जिला अध्यक्ष मंगल प्रसाद मिश्रा एवं दजनो आंगनबाड़ी कार्यकर्तरीय मौजूद रही
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