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Wednesday, August 18, 2021

उत्तर प्रदेश सरकार ने दिया आदेश 23 अगस्त से 6 से 8 वह 1 सितंबर से 1से 5 तक की सभी कक्षाएं शुरू

कोरोना संक्रमण की वजह से प्रभावित शिक्षा व्यवस्था अब फिर पटरी पर तेजी से लौटने लगी है। उत्तर प्रदेश में सरकार ने 23 अगस्त से जूनियर हाईस्कूलों में कक्षा छह से आठ तक की पढ़ाई शुरू करने की घोषणा के बाद एक सितंबर से कक्षा एक से पांच तक के सभी बोर्डों के प्राथमिक स्कूल खोलने का आदेश जारी कर दिया है। राज्य में 16 अगस्त से ही माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक और व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में 50 फीसद क्षमता के साथ क्लास शुरू कर दी गई हैं।

शुरू हुई पढ़ाई छात्र छात्राओं के खिले चेहरे



अम्बेडकरनगर। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते जिस प्रकार से पूरा देश अपनी जान बचाने में लगा हुआ था वहीं दूसरी तरफ लंबे अरसे से स्कूल भी बंद कर दिए गए थे लेकिन अब धीरे-धीरे स्थित सामान्य होने के चलते सोमवार को पांच महीने बाद स्कूलों में फिर से रौनक लौट आई है जिला मुख्यालय स्थित डॉ शिव सहाय सिंह गुरुकुल इंटरनेशनल एकेडमी सोनगांव के प्राचार्य अवधेश वर्मा व वाइस प्रिंसिपल रजनीश पाण्डेय ने बताया कि उत्तर प्रदेश में कोरोना पास्टिव की संख्या जिस प्रकार से कम होती जा रही है उससे सरकार का स्कूल खोलने का फैसला सही है। जो छात्र छात्राएं ऑनलाइन पर पढ़ाई कर रहे थे वह विद्यालय आकर कोविड-19 का पालन करते हुए शिक्षा ग्रहण करेंगे शिक्षा एक समाज व राज्य राष्ट्र की आधारशिला होती है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के इस दौर में बच्चों के भविष्य पर ज्यादा प्रभाव पड़ा है वही अब जब 16 अगस्त से विद्यालय संचालक शुरू किया गया जिसमें कक्षा 9 व 12 तक के बच्चों में काफी उत्साह का माहौल रहा गुरुकुल एकेडमी में पढ़


ने वाले छात्र छात्राएं गाइडलाइन का पालन करते हुए विद्यालय पहुंचे वहां मुख्य गेट पर सैनिटाइजर, पल्स ऑक्सीमीटर व थर्मल स्कैनिंग की पूरी व्यवस्था की गई थी सर्वप्रथम सभी छात्र छात्राओं का थर्मल स्क्रीनिंग कराया गया व सैनिटाइजेशन के बाद बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग के द्वारा कक्षाओं में बैठाया गया वाइस प्रिंसिपल रजनीश पांडे ने बताया कि विद्यालय परिसर को पूरी तरह से सैनिटाइजेशन कराया गया है। वही सभी शिक्षकों का कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज भी पूरा होने के बाद शिक्षण कार्य में अनुमत दी गई है। गुरुकुल एकेडमी के धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि कक्षा नौ से 12 तक के छात्र छात्राओं को उनके अभिभावकों की सहमति से बुलाया गया। बच्चों के भविष्य को लेकर चितित अभिभावकों ने सरकार के इस फैसले की सराहना की। गुरुकुल  अकैडमी में छात्र-छात्राएं पहुंचे, वहां काफी उत्साह दिखा। बच्चों के मुस्कराते चेहरे देख शिक्षक भी मंत्रमुग्ध नजर आए। दोस्तों से हंसी-मजाक के बाद बच्चों ने मन लगााकर पढ़ाई की। शिक्षकों ने भी पूरी लगन से छात्र-छात्राओं को पढ़ाया। पहले दिन कक्षा नौ से 12वीं तक की कक्षाएं दो पालियों में संचालित करने के निर्देश थे। विद्यालय पहुंचे सभी छात्र मास्क लगा रखे थे। गेट पर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सभी की थर्मल स्क्रीनिग की जा रही थी। जो बिना मास्क विद्यालय पहुंचे थे, उनको मास्क पहनाने के बाद अंदर जाने की अनुमति दी गई। बिना मास्क प्रवेश वर्जित था। विद्यालयों में बच्चोंं की उपस्थिति 50 फीसदी रही।

बता दें कि उत्तर प्रदेश के उच्च व माध्यमिक शिक्षा संस्थानों में सोमवार से पढ़ाई शुरू हो गई है। शैक्षिक सत्र में पहली बार कक्षाओं में पढ़ने वालों की संख्या कम जरूर रही लेकिन, कालेज परिसर लंबे समय बाद गुलजार नजर आए। छात्र-छात्राओं से लेकर शिक्षक व कर्मचारी तक कोविड-19 से बचने के लिए मास्क पहने थे और शारीरिक दूरी का भी पालन किया। शारीरिक दूरी को ध्यान में रखकर हर कक्षा के छात्र-छात्राओं को 50-50 प्रतिशत दोनों पालियों में बुलाया गया था लेकिन, उपस्थिति काफी कम रही। यह जरूर है कि पढ़ाई शुरू हो गई है। माध्यमिक कालेजों में कक्षाएं दो पालियों में चली तो महाविद्यालयों में पढ़ाई के साथ प्रवेश कार्य भी शुरू हो गया। सोमवार को शासन के निर्देश पर जिले के 402 माध्यमिक विद्यालय खुले तो उनमें भी व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम देखने को मिला। स्कूल जाने की खुशी भी छात्र-छात्राओं के चेहरे पर साफ देखने को मिली। विद्यालय से मिले दिशा निर्देश के अनुसार प्रथम पाली में सुबह 8 बजे कक्षा 9 से 12 तक के सभी कक्षाओं के 50 प्रतिशत बच्चे स्कूल पहुंचे, तो दूसरी पाली में इसी तरह साढ़े 12 बजे संबंधित कक्षाओं के 50 प्रतिशत बच्चे पढ़ने के लिए आए। दोनों पालियों में स्कूल पहुंचे विद्यार्थियों को घर से ही मास्क लगाकर आने का निर्देश था। मुख्य गेट पर प्रवेश करने पर सभी बच्चों को सैनिटाइज किया गया। इसके अलावा कक्षा में बैठने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ख्याल रखा गया। बड़ी बेंच पर सिर्फ दो छात्र-छात्राओं को बिठाया गया, जबकि छोटी बेंच पर सिर्फ एक विद्यार्थी को बैठने की व्यवस्था दिखी। अकबरपुर नगर के बीएन इंटर कॉलेज, डॉ. गणेश कृष्ण जेतली इंटर कॉलेज, डॉ. अशोक कुमार स्मारक इंटर कॉलेज, तक्षशिला एकेडमी, सेंट पीटर्स, सेंट जेवियर्स आदि स्कूलों में शासन की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन होता दिखा। छात्र-छात्राओं के साथ ही शिक्षकों व अन्य शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को भी कोरोना गाइडलाइन का पालन करने का निर्देश था। 

छात्र बोले, कक्षा शुरू होने से होगी बेहतर बढ़ाई

लगभग पांच माह बाद कॉलेज पहुंचने के बाद दोस्तों से हुई मुलाकात से बच्चे काफी उत्साहित नजर आए। सभी ने एक-दूसरे का हाल जानने के साथ कोरोना काल में पढ़ाई को लेकर किए गए प्रयासों पर भी चर्चा की। बच्चों ने कहा कि उन लोगों की इस बार बोर्ड परीक्षा है। ऐसे में उन लोगों को पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। डॉ. अशोक कुमार स्मारक इंटर कॉलेज में कक्षा 11 की छात्रा मनीषा, प्रतिमा, कक्षा 10 के छात्र मोहित व राहुल भी कक्षाएं शुरू होने से काफी खुश दिखे। कहा कि घर पर रहकर उतनी अच्छी पढ़ाई नहीं हो पाती है। प्रबंधक अभिनव वर्मा ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई पर जो असर पड़ा है अब स्कूल खोलने के बाद छात्र-छात्राओं की पढ़ाई में काफी सुधार आ जाएगा जबकि ऑनलाइन कक्षाएं तो संचालित होती ही थी लेकिन अब स्कूल खुलने के बाद बच्चों को किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो इसके लिए विद्यालय प्रबंधन पहले ही पूरी तैयारी कर ली थी।

कोरोना संक्रमण की वजह से प्रभावित शिक्षा व्यवस्था अब फिर पटरी पर तेजी से लौटने लगी है। उत्तर प्रदेश में सरकार ने 23 अगस्त से जूनियर हाईस्कूलों में कक्षा छह से आठ तक की पढ़ाई शुरू करने की घोषणा के बाद एक सितंबर से कक्षा एक से पांच तक के सभी बोर्डों के प्राथमिक स्कूल खोलने का आदेश जारी कर दिया है। राज्य में 16 अगस्त से ही माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक और व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में 50 फीसद क्षमता के साथ क्लास शुरू कर दी गई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन ने प्राथमिक स्कूलों में पढ़ाई शुरू कराने का आदेश जारी कर दिया है। स्कूलों में एक सितंबर से कक्षाएं चलेंगी। महानिदेशक स्कूल शिक्षा से कहा गया है कि स्कूलों में पठन-पाठन कराने के इंतजाम पूरे किए जाएं, बेसिक शिक्षा विभाग कोविड-19 को देखते हुए जल्द ही विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करेगा। बेसिक शिक्षा के विशेष सचिव आरवी सिंह ने बेसिक शिक्षा परिषद, मान्यता प्राप्त व अन्य बोर्डों के स्कूलों में भौतिक रूप से पढ़ाई कराने का आदेश दिया है।

कक्षा छह से आठ तक के विद्यालय 23 अगस्त से और कक्षा एक से पांच तक के स्कूलों में शिक्षण कार्य पहली सितंबर से कराया जाना है। निर्देश है कि कोविड प्रोटोकाल का अनुपालन करते हुए कार्यवाही की जाए। बेसिक शिक्षा विभाग अब इस संबंध में गाइडलाइन जारी करेगा कि स्कूलों में बच्चे कितने फीसद उपस्थित होंगे, ताकि उनके बीच शारीरिक दूरी बनी रहे। ज्ञात हो कि गर्मी की छुट्टियों से प्राथमिक स्कूलों के बच्चे आनलाइन व टेलीविजन के माध्यम से जैसे-तैसे पढ़ाई कर रहे थे। प्राइमरी से लेकर माध्यमिक शिक्षा तक के संस्थान कोरोना संक्रमण बढ़ जाने के कारण होली के बाद बंद कर दिए गए थे। माध्यमिक शिक्षा के स्कूल पिछले वर्ष लाकडाउन के बाद अक्तूबर, 2020 और प्राइमरी व जूनियर के संस्थान इसी वर्ष फरवरी व मार्च में खोले गए थे, लेकिन कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के तेजी पकड़ते ही इन्हें बंद कर दिया गया था। उच्च शिक्षा में स्नातक व परास्नातक द्वितीय वर्ष की कक्षाएं 16 अगस्त से शुरू हो चुकी हैं। स्नातक प्रथम वर्ष की कक्षाएं एक सितंबर से और स्नातक तृतीय वर्ष और स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की कक्षाएं 13 सितंबर से चलेंगी।



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