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Tuesday, August 31, 2021

अम्बेडकरनगर। धूमधाम से मनाया गया श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व।

अम्बेडकरनगर। समूचे जनपद में भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व को धूमधाम से मनाया गया। जिले में विभिन्न स्थानों पर मनमोहक झांकिया सजाई गई, साथ ही साथ संस्कृति कार्यक्रम का आयोजन हुआ। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होते ही समूचा जनपद जयकारों से गुंजायमान जो गया। वही भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मंदिरों और घरों में श्रद्धालुओं ने पूजन-अर्चन कर सुख-समृद्धि की कामना की। विभिन्न स्थानों पर भजन एवं कीर्तन का आयोजन किया गया। थानों में भी जन्मोत्सव का आयोजन किया गया। जिला कारागार में अधीक्षक की देखरेख में सांस्कृतिक कार्यक्रम किए गए।जन्माष्टमी पर रिजर्व पुलिस लाइन में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने सपरिवार विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना की तथा उत्सव में उपस्थित अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ रिक्रूट आरक्षियों ने भजन कीर्तन किया। रात्रि 12:00 बजे धूमधाम से भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। इसी तरह समस्त थानों पर भी धूमधाम से भगवान का जन्मोत्सव मनाया गया। महरुआ के रामलीला मैदान स्थित हनुमान जी के मंदिर में महंत गौरव पंडित की देखरेख में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई गई।

अम्बेडकरनगर। कटेहरी बाज़ार स्थित जायसवाल धर्मशाला में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा श्री कृष्ण जन्माष्टमी बड़े धूमधाम से मनाया गयी। मुख्य अतिथि के रूप में अहिरौली थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह ने फीता काटने के उपरांत श्री कृष्ण भगवान के ऊपर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया । और भगवान श्री  कृष्ण  के बारे में अपना विचार व्यक्त  किया । प्रजापिता ब्रह्मकुमारी विद्यालय के संचालिका बीके सोमा ने आए हुए सभी मुख्य अतिथियों का स्वागत कर माल्यार्पण किया और उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण का आगमन  बहुत जल्द होगा साथ ही सुख शांति की बांसुरी बजेगी इस कार्यक्रम में सैकड़ों संख्या में महिला एवं पुरुष ने भाग लिया और साथ में राधा कृष्ण की झांकियों के साथ प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया जिससे सबका मन मोह लियाआज देशभर में जन्माष्टमी की धूम मची हुई है। यह  त्यौहार भगवान श्री  कृष्ण को समर्पित है। कहा जाता है कि भाद्रपद माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में भगवान कृष्ण का जन्म  हुआ था। इस तिथि को सनातन धर्म के लोग कृष्ण जन्माष्टमी  के रूप में मनाते हैं। मान्यता है कि भगवान कृष्ण भगवान विष्णु के आठवें अवतार हैं और इस मौके पर श्रद्धालु श्री कृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा करते हैं। अकबरपुर केंद्र की मुख्य संचालिका बीके सोमा ,बीके सरिता, ने विष्णु का वासुदेव-देवकी के बारे में बताया कि , कारागार में भगवान विष्णु प्रकट हुए, उन्होंने देवकी-वसुदेव से कहा ‘मैंने इस पृथ्वी को कंस के अत्याचार से मुक्त करने के लिए जन्म  लिया है। तुम मुझे इसी समय अपने मित्र नंदजी के घर वृंदावन में ले जाओ और उनके यहां जिस कन्या का जन्म हुआ है, उसे लाकर कंस को दे दो। भगवान ने कहा इस समय वातावरण अनुकूल नहीं है, लेकिन फिर भी तुम चिंता न करो। जागते हुए पहरेदार सो जाएंगे, कारागृह के दरवाजे अपने आप खुल जाएंगे और उफनती अथाह यमुना तुमको पार जाने का मार्ग खुद दे देगी। 



 सुमन बीके, साधना बीके, अंजनी चतुर्वेदी ने बताया कि किस प्रकार से गोकुल से कन्या को लेकर कारागार में आए वासुदेव

भगवान के आदेश अनुसार वासुदेव नवजात शिशु-रूप श्रीकृष्ण को सूप में रखकर कारागृह से निकल पड़े और यमुना  को पार कर नंदजी के घर पहुंचे। जहां उन्होंने नवजात शिशु को यशोदा के साथ सुला दिया और उनकी कन्या को लेकर मथुरा आ गए। वासुदेव के आते ही कारागृह के फाटक पहले की ही तहर बंद हो गए। कंस तक वसुदेव-देवकी के बच्चा पैदा होने की सूचना पहुंच गई।इस तरह से भगवान कृष्ण ने वसुदेव और देवकी के घर जन्म लिया और वृंदावन में बाल लीलाएं दिखाईं। यही वजह है कि जन्माष्टमी  के मौके पर श्रद्धालु भगवान श्री कृष्ण के बाल स्वरूप के दर्शन करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इस मौके पर बीके पारसनाथ, बीके उमापति ,बीके रामजीत ,बीके वीरेंद्र, एवं अन्य ब्रह्मकुमारी संस्था के लोग मौजूद रहे।

बसखारी क्षेत्र में धूमधाम से मनाई गई श्रीकृष्ण जन्माष्टमी


श्री कृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम में थाना बसखारी परिसर में स्थित मंदिर पर पूजा अर्चना में मौजूद जिला अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी डॉ मिथिलेश त्रिपाठी तथा जिला पंचायत अध्यक्ष साधू वर्मा ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बड़े ही धूमधाम से बसखारी क्षेत्र में मनाया गया। हल्की बूंदाबांदी के बीच भजन-कीर्तन से भक्तिमय माहौल रहा। भगवान श्रीकृष्ण के अवतरित होने के इंतजार में लोग निर्जल व्रत रह उपासना में लीन रहे। बसखारी थाने में मंदिर को भव्य तरीके से सजाया गया था। गांवों में भी आयोजनों की धूम रही।

भुजगी स्थित श्री भुजंगेश्वर नाथ मंदिर, जफरपुर श्रीहनुमान मंदिर, इस्माइलपुर कंजा स्थित महादेव मंदिर, बंदीपुर तमसा तट स्थित बाबा जगरदेव मंदिर समेत अन्य प्रमुख मंदिरों पर आधी रात होते ही जय जयकार की गूंज सुनाई देने लगी। जन्मोत्सव के दौरान भाजपा नेता केशरीनंदन त्रिपाठी, कन्हैया लाल गोस्वामी, दयाराम गोस्वामी, उमेश मिश्र, अवनीश तिवारी आदि मौजूद रहे। जैतपुर थाने में थानाध्यक्ष जयप्रकाश सिंह के प्रयास से जन्माष्टमी पर भव्य कार्यक्रम हुआ। दारोगा प्रदीप सिंह, अनूप सिंह, लक्ष्मी यादव, ओमेंद्र पटेल का विशेष सहयोग रहा। बिजली घर नेवादा में भी जन्मोत्सव मनाया गया।

महरुआ क्षेत्र में मनाया गया कृष्ण जन्मोत्सव।




 महरुआ थाना क्षेत्र में श्री कृष्ण जन्माष्टमी हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है जिसमें क्षेत्र के सम्मानित लोग तथा थाने के थाना अध्यक्ष सहित पूरी टीम के साथ सुंदरकांड का पाठ किया गया। इसी के साथ 12:00 बजे श्री कृष्ण जन्मोत्सव हुआ तत्पश्चात भजन कीर्तन आदि के बाद प्रसाद वितरण किया गया मौके पर श्री कृष्ण जन्माष्टमी की आरती थाना अध्यक्ष विवेक कुमार वर्मा व थाने की टीम के साथ किया।

 आलापुर अम्बेडकर नगर क्षेत्र में श्री कृष्ण जन्माष्टमी का कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। सर्किल क्षेत्र के आलापुर जहांगीरगंज राजेसुल्तानपुर थानों में भव्य झांकी के साथ भजन-कीर्तन के साथ क्षेत्र से जन्माष्टमी थाना प्रभारी के नेतृत्व में धूमधाम से मनाया गया  रामनगर स्थित राधा कृष्ण मंदिर में भजन कीर्तन के साथ इन्दईपुर  जानकी मंदिर   हथिनानाराज शुग्गातारा पिपरी आरोपुर आदि जगहों पर लोगों ने झांकी बनाकर भजन कीर्तन के साथ श्री कृष्ण जन्माष्टमी को मनाया इसके अलावा सहित शिक्षण संस्थान    जय बजरंग इंटरमीडिएट कॉलेज रामनगर मे प्रातः वंदना सभा में भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी का कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ  विद्यालय के प्रधानाचार्य   संतोष कुमार सिंह द्वारा श्री कृष्ण के चित्र पर पुष्पार्चन व माल्यार्पण के साथ हुआ। कार्यक्रम में विद्यालय के भैया- बहनों ने अपने मनोहारी कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य  ने कहा हमें   भगवान श्री कृष्ण के आदर्शों पर चलते हुए जीवन यापन करना चाहिए।साक्षात ईश्वर होते हुए भी जन्म से लेकर और बाद के जीवन तक  सत कर्मों के लिए कठिनाइयों से संघर्ष करते रहे।  उनके इन संघर्षों से प्रेरणा मिलती है कि जीवन में कार्य करने के लिए बहुत सारी मुश्किलों का सामना भी करना पड़ता है। हमें सत मार्ग पर चलते हुए किसी भी मुश्किल का सामना करने के लिए हरदम तैयार रहना चाहिए। इसी के साथ ही प्रधानाचार्य जी ने  भैया- बहनों से आग्रह भी किया कि हर भैया- बहन अपने जन्मदिन पर कम से कम 2 पौधे रोप कर पर्यावरण संरक्षण में देशऔर समाज का सहयोग करें ।कार्यक्रम के अंत में  विद्यालय के उप प्रधानाचार्य श्री हरिराम यादव जी ने समस्त प्रतिभागी भैया- बहनों व आचार्यो को धन्यवाद ज्ञापित किया।  कार्यक्रम में विद्यालय के समस्त आचार्य बंधु व भैया बहन उपस्थित रहे। इसके अलावा पंडित त्रिलोकीनाथ स्मारक शिक्षण संस्थान हथिना राज समेत अनेक शिक्षण संस्थानों में श्री कृष्ण जन्माष्टमी भजन कीर्तन के साथ धूमधाम से मनाई गई










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