अंबेडकर नगर जिले में 17 केंद्रों पर हुई प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक टीजीटी की प्रतियोगी परीक्षा को पूरी तरह से नकल विहीन कराने को लेकर उठते सवाल पर एक केंद्र पर जमकर हंगामा हुआ हंगामे के बाद धरने पर बैठे परीक्षार्थियों से कई बार वार्ता की गई इसके बावजूद छात्र-छात्राओं ने परीक्षा नहीं दी इस घटना की रिपोर्ट शासन को भेजी गई। लगभग एक दर्जन परीक्षार्थियों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही हैं। परीक्षा में जमकर हंगामा करने के बाद छात्र ने परीक्षा का बहिष्कार किया।
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परीक्षा के दौरान हुए हंगामे के बाद तैनात पुलिस बल |
जानकारी के अनुसार यह घटना अंबेडकरनगर के किसान इंटर कॉलेज पकड़ी भोजपुर में उस समय हुआ जब परीक्षार्थी परीक्षा कक्ष में बैठकर ओएमआर सीट का इंतजार कर रहे थे की ओएमआर शीट मिलने के बाद पेपर सॉल्व किया जाएगा लेकिन काफी देर हो जाने के बाद पेपर लीक की संभावना को देखते हुए छात्र-छात्राएं कुछ सोच पाते वही किसान इंटर कॉलेज पकड़ी भोजपुर में 600 परीक्षार्थियों ने समय से पहले पेेेपर खोलने और समय के बाद देने का आरोप लगाकर परीक्षा का बहिष्कार कर परिसर में ही धरने पर बैठ गए परीक्षार्थियों का आरोप है कि प्रश्नपत्र को आधा घंटा पहले ही खोल दिया गया था तथा उन्हें आधा घंटा बाद दिया गया अब संभावना यह है कि ऐसा इसलिए की नकल कराने के लिए किया गया सुबह की पाली में हुई इस घटना के बाद मौके पर पहुंचे अंबेडकर नगर जिला अधिकारी सैमुअल पॉल एन वह पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने परीक्षार्थियों को अतिरिक्त समय देने की बात कहकर परीक्षा देने की बात कही मगर परीक्षार्थियों ने परीक्षा नहीं दी। परीक्षा के दौरान सभी को केंद्र के भीतर रोके रखा गया और समय समाप्त होने पर छोड़ दिया गया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हंगामा करने वाले हैं लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया और उनका शांति भंग में चालान कर दिया जिला अधिकारी ने पर्चा आउट होने से इनकार किया जिला अधिकारी सैमुअल पाल एन ने बताया कि परीक्षा बहिष्कार करने वालों की परीक्षा फिर से परीक्षा करने का निर्णय माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड पर निर्धारित है। बताया कि मामले में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी अयोध्या मंडल के आयुक्त और पुलिस महानिदेशक भी घटनास्थल पर पहुंचकर अपर जिलाधिकारी अंबेडकरनगर डॉ पंकज कुमार वर्मा ने छात्रों के आरोप को गलत बताया कहा कि प्रश्नपत्र 15 मिनट की देरी से पहुंचा था केंद्र व्यवस्थापक की कोई गलती नहीं है।
सीसीटीवी कैमरा खराब होने की बात व परीक्षारथियों को दूसरे कमरे में शिफ्ट करने पर हुआ हंगामा।
पेपर लीक होने की सूचना वह परीक्षार्थियों के हंगामे की सूचना पर डीएम और एसपी हालात को संभालने के लिए पकड़ी भोजपुरी स्थित किसान इंटर कॉलेज विद्यालय पहुंचे तो उन्हें वहां विद्यालय प्रशासन की कमियां देखने को मिली परीक्षार्थियों ने पेपर लीक होने का जो आरोप लगाया उसकी जांच डीएम ने की तो वहां प्रधानाचार्य ने बताया कि एक कमरे का सीसीटीवी खराब हो गया था इसके चलते उस कमरे के परीक्षार्थियों को दूसरे कमरों में समायोजित किया गया है इसके चलते उन्हें पेपर आज देने में जो अतिरिक्त व्यवस्था करनी पड़ी इससे ही पेपर लीक होने की आशंका हुई विद्यालय की तरफ से यह बताया गया कि अलग से कुछ परीक्षार्थियों इससे ही पेपर लीक होने की आशंका हुई। जिलाधिकारी ने इस मामले में प्रधानाचार्य की भूमिका अनुचित पाते हुए बताया कि अपने मन से कोइ भी निर्णय नहीं लेना चाहिए था। अगर सीसीटीवी कैमरा खराब था तो कोई भी निर्णय लेने से पहले उच्च अधिकारियों से अनुमति ली जानी थी।
एक कमरे में अपने लोगों को बैठाने वह नकल कराने का आरोप
जानकारी के अनुसार 21 कक्षाओं में 600 छात्रों का बैठने का प्लान किया गया था कुछ छात्रों का कहना है कि एक कमरे में कुछ विशेष छात्राओं को बैठाकर नकल कराई जा रही है इस पर छात्र बाहर आकर हंगामा करने लगे हंगामे में शामिल करीब 1 दर्जन से अधिक छात्र छात्राओं को हिरासत में लिया गया परीक्षा लीक होने का आरोप लगाने वाले इन परीक्षार्थियों से अधिकारी अलग-अलग स्थानों पर पूछताछ कर रही थी जिसमें कक्ष संख्या 9 और 25 मैं कुल 36 परीक्षार्थी बैठाए गए वहीं कच स
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