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Friday, September 10, 2021

अम्बेडकरनगर। मधुमक्खी के हमले से युवक की मौत, विद्यालय छोड़ खुले आसमान के नीचे हो रही पढ़ाई

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मधुमक्खी के हमले से युवक की मौत

अम्बेडकरनगर। मालीपुर थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय सैरपुर उमरन में गए विकलांग किसान को मधुमक्खी ने हमला कर दिया जिससे गंभीर रूप से घायल हो गया। इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना मालिक थाना क्षेत्र के शेरपुर खुमरान गांव की है गुरुवार को प्राथमिक विद्यालय के पास से गुजर रहे विकलांग किसान सैरपुरउमरन निवासी पप्पू गौड़  पुत्र रामजसी गौड़ उम्र 35 वर्ष बृहस्पतिवार की देर शाम गांव के प्राथमिक विद्यालय में गए थे। इसी बीच बाग में एक पेड़ पर छत्ता लगाई मधुमक्खी ने अचानक हमला कर दिया। जिससे गंभीर रूप से घायल हो गए। गांव के बच्चों द्वारा घर जाकर सूचना देने के पश्चात लोग  बाग में उनको बेहोश पाया। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल अकबरपुर के लिए ले गए। वहां इलाज के दौरान रात में उनकी मौत हो गई।

जानकारी के अनुसार मालीपुर थाना क्षेत्र के सैरपुर उमरन गांव निवासी दिव्यांग पप्पू गौड़ (35) गुरुवार देर शाम गांव के प्राथमिक विद्यालय के पास से गुजर रहा था। इसी बीच मधुमक्खी के एक झुंड ने उस पर हमला कर दिया। दिव्यांग होने की वजह से वह मौके से भाग नहीं सका। जिससे वह वही बेहोश हो गया। जानकारी होने पर परिवारीजन मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से उसे किसी तरह जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई। घटना से परिवारीजनों में कोहराम मचा हुआ।

ग्रामीणों ने बेसिक शिक्षा विभाग की लापरवाही पर नाराजगी भी जताई। कहा कि यदि छत्ते को पहले ही हटवा दिया गया होता तो इस हादसे से बचा जा सकता था। दिव्यांग पप्पू जब भाग नहीं पाया तो उसने बचाव के लिए गुहार लगाई, लेकिन बर्रे के झुंड के चलते किसी ग्रामीण की हिम्मत वहां तक जाने की नहीं हो सकी। इस घटना की जानकारी होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग भी हरकत में आ गया। बेसिक शिक्षा विभाग की सूचना पर वन विभाग की टीम शुक्रवार को मौके पर पहुंची और बर्रे के लगे छत्ते को वहां से हटवा दिया गया।

खुले आसमान के नीचे हो रही पढ़ाई।

अम्बेडकरनगर। शिक्षा क्षेत्र  भियांव अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय बिलारी में हुए जलभराव से पठन-पाठन खुले आसमान के नीचे शिक्षण कार्य चलाया जा रहा है। लगातार बरसात के बाद जगह जगह पर हुए जलभराव से लोग परेशान हैं, वहीं जब शिक्षा के मंदिरों के निर्माण से पूर्व भौगोलिक परिस्थितियों का आकलन न करके विद्यालय का निर्माण तो करा दिया जाता है। परंतु बरसात हो जाने के बाद जलभराव के चलते शिक्षण कार्य पूरी तरह से बाधित हो जाता है 

स तरह का एक मामला भियांव विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय बिलारी में देखने को मिला जहां पर तालाब के किनारे बनाए गए विद्यालय पर पहुंचने के लिए न तो रास्ता है और न ही आज वहां पठन-पाठन हो पा रहा है चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई पड़ रहा है वहां पर तैनात प्रभारी प्रधानाध्यापक और सहायक अध्यापक अपने बच्चों को लेकर गांव के ही जगराम के घर के सामने बगीचे में कक्षाओं का संचालन करने के लिए विवश हैं । प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 1 से 5 तक कुल 64 बच्चे पंजीकृत हैं शुक्रवार को 49 बच्चे उपस्थित पाए गए प्रभारी प्रधानाध्यापक किरन यादव और सहायक अध्यापक अंकिता पांडेय ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय की स्थिति से उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। खण्ड शिक्षा आधिकारी भूपेंद्र ने बताया कि प्रधान से पानी निकलवाने के लिए कहा है जल्द ही पानी निकाल कर विधालय में शिक्षण कार्य शुरु करा दी जाएगी ।





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