Breaking

Wednesday, November 10, 2021

अम्बेडकरनगर। तमसा नदी के घाटों पर दिखा छठ पूजा का उल्लास, महिलाओं ने अपने परिवार के साथ डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य

छठ पूजा का दिखा पूरे जिले में उल्लाश महिलाएं अपने पुत्र की लंबी उम्र के लिए रखा छठी मईया का ब्रत।


 अम्बेडकरनगर। बुधवार शाम होते ही सभी महिलाएं डूबते हुए सूरज को अर्घ्य देने के लिए तमसा के तट पर बड़ी संख्या में व्रती महिलाओं ने छठ पूजन किया और अस्ताचलगामी सूर्य को अ‌र्घ्य दिया। इस दौरान आस्था, उत्साह व उल्लास चरम पर रहा। व्रती महिलाओं के साथ सहयोगी के रूप में बड़ी तादाद में पुरुष व बच्चे भी तमसा के तट पर पहुंचे। पूरा तट सूर्य उपासना से संबंधित गीतों से गूंजता रहा। निर्जला व्रत रहने वाली महिलाओं ने तमसा में खड़े होकर डूबते सूर्य को विधि पूर्वक अ‌र्घ्य देकर आस्था अर्पित की। पूरा तट सिदूरी परिधान वाली महिलाओं की कतार से सुशोभित होता रहा।

बताते चलें कि छठ महोत्सव का मुख्य आयोजन तमसा के तट पर देखने को मिला इसी प्रकार से ज़िले के विभिन्न क्षेत्रों में भी छठ पूजा की धूम रही। छठ पूजा की ब्रत बीते सोमवार को नहाय-खाय के साथ यह पर्व आरंभ हुआ था। मान्यता है कि छठ पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। गुरुवार को सुबह के समय पानी में खड़े होकर उगते हुए सूर्य को अ‌र्घ्य दिया जाएगा। इसके बाद व्रत का समापन होगा। तट पर सूर्य उपासना के बाद ही महिलाएं सेल्फी लेती नजर आईं। समूह में फोटो भी खिचाती रही। इंटरनेट मीडिया पर भी छठ का रंग प्रगाढ़ होता दिखा। वहीं छठ पूजन के लिए खरीदारी करने वालों का भी जमावड़ा रहा।


गौरतलब है कि बुधवार शाम होते ही सभी व्रती महिलाएं अपने परिवार के साथ ढोल नगाड़ों के बीच भक्तिमय माहौल में तमसा नदी में खड़ी होकर डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर पुत्र के दीर्घायु की कामना की। विभिन्न घाटों पर सजधज कर पहुंचीं महिलाओं ने परिवार के साथ कहीं नदी व पोखरे में तो कहीं उसके किनारे खोदे गए पानी से भरे गड्ढों में घुसकर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया।


इस मौके पर चहुंओर उल्लास का माहौल दिखा। छठ मैया के जयकारों से इस बीच समूचा माहौल भक्तिमय हो उठा। इससे पहले घाटों पर सूर्य को अर्घ्य देने के दौरान महिलाओं को किसी भी प्रकार की मुश्किल न हो, इसके लिए सफाई, सुरक्षा व प्रकाश की समुचित व्यवस्था की गई थी। जिला मुख्यालय पर सुरक्षा को देखते हुए पहली बार तमसा नदी के जौहरडीह घाट पर चार गोताखोरों की तैनाती की गई थी। उधर, अब निर्जला व्रत रखने वाली महिलाएं गुरुवार को सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण करेंगी।

पुत्र के दीर्घायु की कामना के लिए मनाए जाने वाले डाला छठ पर्व का उल्लास बुधवार को चरम पर पहुंच गया। मंगलवार को खरना परंपरा के बाद बुधवार को महिलाओं ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारी शुरू कर दी थी। शाम होते-होते महिलाएं ढोल नगाड़ों के बीच सजधज कर थिरकते हुए संबंधित घाटों पर पहुंचने लगीं। जिला मुख्यालय पर अकबरपुर नगर के पुराने तहसील तिराहे के निकट तमसा नदी के गायत्री मंदिर घाट, तमसा नदी के जौहरडीह घाट व शिवाला घाट पर बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंच गईं।

सूर्य डूबने को हुआ, तो महिलएं नदी के किनारे पानी से भरे गड्ढों में पहुंच गईं। इसके बाद विधिविधान पूर्वक सूर्य को अर्घ्य दिया। इस दौरान छठ माता के जयकारों से समूचा माहौल भक्तिमय हो गया। इसके अलावा टांडा, आलापुर, श्रवणक्षेत्र समेत कई अन्य क्षेत्रों में भी घाटों पर पहुंचकर महिलाओं ने विधिविधान से मंत्रोच्चार के बीच डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। अब गुरुवार को सुबह निर्जला व्रत रखने वाली महिलाएं उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण करेंगी।

महिलाओं व युवतियों ने ली सेल्फी

घाटों पर डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद महिलाओं व युवतियों में सेल्फी लेने की होड़ रही। पानी से भरे गड्ढों में पहुंच महिलाओं व युवतियों ने सेल्फी लेकर उसे सोशल मीडिया पर शेयर भी किया। तान्या, सुनीता व पूजा ने डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद सेल्फी ली। कहा कि पर्व को लेकर उनमें सुबह से ही उल्लास व उत्साह था। उन्हें इंतजार था कि जल्द से जल्द डूबते सूर्य को अर्घ्य दें और फिर उसे सोशल मीडिया पर शेयर करें।


गायत्री मंदिर घाट पर डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद महिलाएं सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर शेयर करते व खुशी का इजहार करते हुए कहा कि उन्होंने सूर्य को अर्घ्य देते हुए सेल्फी ली है। इसे सोशल मीडिया पर शेयर भी किया है। इसके अलावा कई अन्य महिलाओं ने भी सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर शेयर किया।

एक-दूसरे को दी पर्व की बधाई

डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के दौरान पर्व की बधाई देने की होड़ महिलाओं में मची रही। एक-दूसरे को गले लगाकर महिलाएं पर्व की बधाई देते हुए दिखीं। अकबरपुर नगर के तमसा नदी के गायत्री मंदिर घाट पर डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद एक-दूसरे के गले लगाकर बधाई देने लगीं। यह सिलसिला


काफी देर तक चलता रहा। इस बीच न सिर्फ गायत्री मंदिर घाट, बल्कि जौहरडीह घाट व शिवाला घाट पर अकबरपुर नगर पालिका परिषद अध्यक्ष सरिता गुप्ता व अधिशाषी अधिकारी अकबरपुर नगर पालिका परिषद बीना सिंह ने पहुंचकर सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पहुंचीं महिलाओं को पर्व की बधाई दी।

गोताखोरों ने रखी पैनी नजर

डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से निपटने के लिए पहली बार तमसा नदी के जौहरडीह घाट पर चार गोतोखोरों की तैनाती की गई थी। अकबरपुर नगर पालिका परिषद की अधिशाषी अधिकारी बीना सिंह ने बताया कि जिला मुख्यालय पर तमसा नदी के गायत्री मंदिर घाट, जौहरडीह घाट व शिवाला घाट पर महिलाओं ने पहुंचकर जल में घुसकर डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया। जौहरडीह घाट पर गहराई अधिक होने के चलते किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए टांडा से चार गोताखोरों को बुलाया गया था। वे लगातार पैनी निगाह स्थिति पर रखे हुए थे। इसके अलावा गायत्री मंदिर घाट व शिवाला घाट पर भी सुरक्षा के समुचित प्रबंध किए गए थे।

सुरक्षा के रहे कड़े इंतजाम

घाटों पर सूर्य को अर्घ्य देने के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या महिलाओं को न हो, इसके लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। जिला मुख्यालय के अलावा जिले के अन्य क्षेत्रों में स्थित घाटों पर पहुंचीं महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए पुलिस टीम की तैनाती की गई थी। अकबरपुर नगर के गायत्री मंदिर घाट, शिवाला घाट व जौहरडीह घाट पर न सिर्फ महिला पुलिसकर्मी, बल्कि पुरुष पुलिसकर्मियों की भी तैनाती की गई थी। एएसपी संजय राय ने बताया कि घाटों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। लगातार संबंधित अधिकारियों से जरूरी फीड बैक लिया जा रहा था।

No comments: